गन्ना लदी ट्रालियों को लेकर किसानों ने किया प्रदर्शन
त्र के गन्ना क्रय केन्द्र अहरौला पर कई गन्ना लदी ट्रालियां खड़ी है और गन्ना सूख रहा है। इसे लेकर गुरुवार को क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक गांवों के किसानों का आक्रोश फूट पड़ा। आक्रोशित किसानों ने गन्ना विभाग के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी किये। किसानों ने अल्टीमेटम दिया कि अगर तीन दिनों में समस्या दूर नहीं होगा तो चौथे दिन गन्ने की होलिका जलाकर आंदोलन किया जायेगा।
किसानों ने आरोप लगाया कि अहरौला गन्ना क्रय केंद्र पर लगभग सौ ट्राली से ज्यादा गन्ना डंप पड़ा है और सूख रहा है। जिसकी ढुलाई होना अति आवश्यक है। किसानों की पर्ची भी हफ्ते भर से ऊपर बंद है, जिससे किसान परेशान हैं। किसानों ने मांग किया कि प्रतिदिन 2000 कुंतल की पर्ची किसानों को दी जाए और हर रोज दो हजार कुंतल गन्ने की ढुलाई सुनिश्चित की जाए। जिससे किसानों का गन्ना जल्द खरीदा जा सके और गन्ने की पेड़ी खेत में किसान गेहूं की बुवाई कर सकें। गन्ने की छिलाई किराए के आदमियों को बुलाकर करानी पड़ रही है। ऊपर से हफ्तों तक ट्राली का किराया क्रय केंद्र पर खड़ाकर देना पड़ रहा है। क्रय केंद्र पर गन्ना लदा खड़ा गन्ना सूख रहा है। हर साल किसान इसी समस्या से गुजरते हैं लेकिन प्रशासन इस पर जरा भी ध्यान नहीं देता है। इससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। वहीं भुगतान में भी लेट होता है। किसानों ने अल्टीमेटम दिया कि अगर तीन दिनों के अंदर अहरौला गन्ना क्रय केंद्र की समस्या सठियांव चीनी मिल के उच्चाधिकारी व जिला प्रशासन दूर नहीं करता है तो चौथे दिन युधिष्ठिरपट्टी तिराहे पर किसान गन्ने की होलिका जलाकर सड़क पर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। जिसकी समस्त जिम्मेदारी सठियांव चीनी मिल व जिला प्रशासन की होगी। इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य त्रिलोकीनाथ, हरिकेश यादव, विजय सिंह, बेचन सिंह, शक्ति सिंह, श्रीनाथ यादव, महेद्र प्रधान, फूलबदन यादव, हरिशंकर यादव, संतोष चौबे, सूर्यकुमार यादव, देवनाथ, ज्ञानचंद, हरिश्चंद्र यादव, संजय यादव, सूबेदार तिवारी, अनूप सिंह, बलवंत सिंह, सुदामा, यशवंत, रामअवध, दयाराम यादव आदि मौजूद रहे।